फिल्म गेम चेंजर आम आदमी को सत्ता की खातिर मोहरा बनाने का खेल

द वीकली टाइम्स, बुधवार 15 जनवरी 2025, नई दिल्ली। दो सो या दो हजार रु में एक वोट खरीदकर दो लाख से ज्यादा की कमाई करने वाले नेताओं और चुनावी सीजन में दारू, फूड और भी बहुत कुछ देकर वोट हासिल करने वाले भ्रष्ट और महाझूठे नेताओं की कथनी और करनी का पर्दाफाश करती गेम चेंजर साउथ के सुपर स्टार राम चरण की करीब 450 करोड़ से ज्यादा बजट में बनी डायरेक्टर शंकर की ऐसी फिल्म है जो कई ऐसे गंभीर मुद्दों को भी पूरी ईमानदारी के साथ पेश करती हैं  वोट देना आज भी हर वोटर के लिए जरूरी क्यों नहीं, वोटर को मुफ्त का सब्जबाग़ दिखाकर उनका वोट पाने वाले नेताओं जैसे कई गंभीर मुद्दों पर बनी यह फिल्म आज हिन्दी के साथ साथ अन्य भाषाओं में भी करीब 2100 स्क्रीन्स में रिलीज हुई।राम चरण की पिछली रिकॉर्ड हिट फिल्म  RRR करीब पांच  साल पहले आई और अब  अपने कंधों पर टिकी इस फिल्म के साथ राम चरण ने वापसी की है ।

एक मसालेदार राजनीतिक थ्रिलर फिल्म हैं, कॉलेज का गुस्सैल स्टूडेंट राम ( राम चरण ) जब भी किसी पर अन्याय , जुल्म होता देखता है तो इसे सहन नहीं कर पाता , सामने वाले की फिर खैर नहीं, इसी कॉलेज में पढ़ने वाली ( कियारा आडवाणी) को मन ही मन वह बहुत चाहता है राम के इस गुस्से की आदत को देख वह उसे अपने इसी गुस्से को समाज के हित और देश के विकास में लगाने को कहती है और फिर राम एक आई ए एस आफिसर बन जिले का कलेक्टर बनकर वापस आता है और यही से शुरू होती है नोट, गुंडागर्दी और मुफ्त का खेलने वाले नेताओं की राजनीति का एक ऐसा चक्रव्यूह जिसमें गरीब वोटर थोड़े लालच में अपना वोट इन्हीं नेताओं को देता है और चुनाव के बाद यही नेता इनका शोषण करते है। फिल्म में राम चरण को डबल अवतार  है ,  बाप और बेटे दोनों की भूमिका में राम चरण ने दमदार एक्टिंग की है नजर आने वाले हैं। एस जे सूर्या की एक्टिंग काबिले तारीफ है , करीब पौने तीन घंटे की इस फिल्म में चार गाने  है इन गानों की भव्यता और खूबसूरती का अंदाज आप इसी से लगा सकते है कि डायरेक्टर शंकर ने इन गानों को फिल्माने में 75 करोड़ रु खर्च कर दिए। कियारा आडवाणी फिल्म में बला की खूबसूरत लगी है लेकिन उनका किरदार कमजोर था और ना ही कियारा ने किरदार को अच्छे ढंग से निभाया।की है।  फिल्म 2000 से अधिक स्क्रीन पर रिलीज हुई लेकिन मेकर ने । जिसमें बड़े पैमाने पर सिंगल स्क्रीन सिनेमा घरों पर फिल्म लगाई।

वोट बैंक की खातिर एक बड़े ऑफिसर से नेता बनने वाले राम के सामने विपक्ष के नेता की यह कहानी आपको दिल्ली की राजनीति और ऑफिसर से मंत्री बने एक बड़े नेता की याद जरूर दिलाएगी। यही वजह है फिल्म  की कहानी दर्शकों के दिलों पर एक अलग छाप छोड़ती है , शंकर का निर्देशन उनकी पिछली मेगा बजट हिट फिल्मों 2: 0, इंडियन, जेंटलमैन आदि की याद ताजा करता है।  आईपीएस ऑफिसर राम के किरदार और एक्शन किंग नेता के किरदार में राम चरण पूरी फिल्म को अपने कंधों पर टिकाए हुए है ।

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