राष्ट्रीय सिंधी भाषा विकास परिषद ने मनाया संविधान दिवस
द वीकली टाइम्स, वीरवार 5 दिसंबर 2024, नई दिल्ली। राष्ट्रीय सिंधी भाषा विकास परिषद, नई दिल्ली (NCPSL) ने संविधान को अंगीकृत करने की 75वीं वर्षगांठ के रूप में मनाया । 26 नवंबर,1949 के दिन, भारतीय संविधान सभा ने औपचारिक रूप से संविधान को अंगीकृत किया और 26 जनवरी,1950 को इसे लागू किया गया, जिससे भारत एक संप्रभु, लोकतांत्रिक गणराज्य के रूप में स्थापित हुआ। संविधान दिवस के सुअवसर पर राष्ट्रीय सिंधी भाषा विकास परिषद के सम्मेलन कक्ष मे संविधान के विभिन्न पहलूओं पर चर्चा का आयोजन किया गया I परिषद के निदेशक प्रोफसर डॉ. रविप्रकाश टेकचंदानी ने सभी आमंत्रित वक्तागण व शिक्षा क्षेत्र से जुड़े सिंधी विद्वानों तथा सिंधी भाषा प्रेमियों का सम्मान एवं स्वागत किया तथा समारोह की शुभारंभ दीप प्रज्ज्वलित करके किया गया।
इस अवसर पर परिषद के निदेशक प्रोफसर डॉ. रविप्रकाश टेकचंदानी ने संविधान के महत्वपूर्ण पहलूओं को विविध उदाहरणों द्वारा रेखांकित किया और संविधान के बारे में विस्तार से बताते हुए कहा कि संविधान निर्माताओं ने खास तौर पर डॉ.बी.आर. अंबेडकर जी की उल्लेखनीय दूरदृष्टि और ऐसा दस्तावेज बनाने के प्रति उनके समर्पण पर प्रकाश डाला। आमंत्रित वक्ता श्री शंकर लालवाणी, माननीय सांसद ने संविधान की गहण महत्व और भारत की लोकतांत्रिक पहचान को आकार देने में इसकी निरंतर प्रासंगिकता पर जोर दिया। उन्होंने भारत के भविष्य को आकार देने में संविधान सभा की दूरदर्शिता की प्रशंसा की। श्री रंजन कुमार (अधिवक्ता) दिल्ली हाईकोर्ट ने संविधान निर्माँण के इतिहास के बारे में महत्वपूर्ण जानकारियां प्रदान की एवं अपने भाषण में रेखांकित करते हुए यह भी बताया कि हमारा संविधान सभी नागरिकों के मौलिक अधिकरों की सुरक्षा सुनिश्चित करता है, चाहे उनकी पृष्ठभूमि कुछ भी हों। श्री जयप्रकाश टहलयाणी (वरिष्ठ पैनल परामर्शदाता, सुप्रीम कोर्ट) ने कहा कि हमारा संविधान एक जीवंत और प्रगतिशील दस्तावेज है जिसके माध्यम से भारत ने सामाजिक न्याय और समावेशी लक्ष्य को प्राप्त किया है। उन्होंने आगे कहा कि हमारा देश आज एक अग्रणी अर्थव्यवस्था होने के साथ-साथ विश्वबंधु के रूप में अपनी भूमिका भी बेहतर तरीके से निभा रहा है।
इस अवसर पर श्री शंकर लालवाणी माननीय सांसद, श्री रंजन कुमार (अधिवक्ता दिल्ली हाईकोर्ट), श्री जयप्रकाश टहलयाणी, (वरिष्ठ पैनल परामर्शदाता, सुप्रीम कोर्ट) सहित सिंधी काउंसिल ऑफ इंडिया उत्तर भारत के अध्यक्ष श्री अशोक लालवानी, सिंधु समाज दिल्ली (पंजीकृत) के महासचिव श्री नरेश बेलानी, प्रगतिशील सिंधी समाज समिति के अध्यक्ष श्री विजय इसरानी, सिंधी समाज से पधारे विशिष्ठ गणमान्य, परिषद के अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित रहें।