मीडिया प्रेस क्लब और गुलाबी आंदोलन द्धारा आपको सामाजिक बदलावकार Social Reformer (SR.) की मानद उपाधि से सम्मानित करने की सुचना
किसी भी सामजिक विकास के साथ-साथ सामाजिक कुरुति को ख़त्म करने में गैर व्यवसायिक समाज सेवकों की मुख्य भूमिका होती है। कियोंकि गैर व्यवसायिक समाज सेवक ही एक ऐसा महानुभाव है जो केवल अपने दया भाव के कारण समाज की तन, मन, धन से निःस्वार्थ सहयोग करता है। अगर इनको समाज द्वारा और प्रोत्साहित किया जाए तो इनको समाज में सहयोग करने का और प्रोत्साहन मिलेगा।
वर्तमान में लोकतंत्र का चौथा स्तम्भ माने जाने वाला समाचार पत्र (मीडिया) पाठको से अपनी दुरी बनाने के कारण समाज में अपना विश्वास खोता जा रहा है जो समाज और लोकतंत्र दोनों के लिए सही नहीं है। कियोंकि भारतीय लोकतंत्र में समाचार पत्र (मीडिया) ही समाज की आवाज़ है। समाचार पत्र (मीडिया) पर समाज पुनः विश्वास करे उसके लिए मीडिया प्रेस क्लब अपने उन स्थाई समाचार पत्र सदस्यों के साथ मिलकर जो केवल पाठकों के हित में रहकर पुनः अपना विश्वास बनाने का लक्ष्य रखता हो उन समाचार पत्र के विशेष स्थाई पाठकों को गुलाबी आंदोलन की और से सामाजिक बदलावकार Social Reformer (SR.) की मानद उपाधि से समाज द्वारा समाज के लिए सम्मानित करने का निर्णय लिया है ताकि लोकतंत्र का चौथा स्तम्भ माने जाने वाला समाचार पत्र पर पाठको का पुनः विशवास बनाने में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका रहे।
किसी भी समाचार पत्र का आय विज्ञापन मुख्य स्रोत तो हो सकता है पर अधिकतर विज्ञापन को प्रमुखता मिलने के कारण से पाठकों का अहित होता है। इसलिए मीडिया प्रेस क्लब के वो ऐसे मुख्य सहयोगी समाचार पत्र जो पाठकों के हित और उनकी खबर को प्राथमिकता देने के लिए अपने आय का मुख्य स्रोत विज्ञापन को भी छोड़ने की हिम्मत रखता हो। उनमें से शब्दवाणी सामंचार (हिंदी दैनिक), द वीकली टाइम्स (हिंदी साप्ताहिक), सिंधी संसार (सिंधी समाज की प्रमुख हिंदी साप्ताहिक), स्काई टाइम्स (हिंदी साप्ताहिक), विजय पथ (हिंदी साप्ताहिक), इत्यादि हैं। केवल पाठकों के हित में लिखकर पाठकों में अपना पुनः विश्वास बनाने वाले समाचार पत्रों के विशेष उन स्थाई पाठकों को जिनका समाज में निस्वार्थ सदैव सेवा समर्पण रहती हो उनको गुलाबी आंदोलन की और से सामाजिक बदलावकार Social Reformer (SR.) की मानद उपाधि से समाज द्वारा समाज के लिए सम्मानित किया जाएगा। ताकि समाचार पत्रों को पाठक मिल सके और पाठकों में समाचार पत्र के प्रति विशवास बढ़े।
गुलाबी आंदोलन अनजान द्वारा भीख मांगने की प्रथा को समाप्त करने की राष्ट्रव्यापी मुहीम है। भीख मांगना गैर कानूनी सहित अशोभनीय, अमानवीय और दुखदायी है फिर भी अपने दयाभाव के कारण अनजान भीख मांगने वाले को भीख देकर इनको भीख मांगने के लिए मजबूर करने के साथ-साथ इस सामाजिक कुरुति को भी बढ़ावा दे रहे हैं। आप भी अपने दया भाव के कारण समाज की तन, मन, धन से निःस्वार्थ सहयोग करते आये हैं। इसलिए आपसे अनुरोध है द वीकली टाइम्स (हिंदी साप्ताहिक) या सिंधी संसार (सिंधी समाज की प्रमुख हिंदी साप्ताहिक) के स्थाई पाठक बनकर किसी अनजान भीख मांगने वाले को भीख ना देने की शपथ लें तो आपको भी गुलाबी आंदोलन द्वारा सामाजिक बदलावकार Social Reformer (SR.) की मानद उपाधि से दिनांक : सोमवार 2 दिसंबर 2024 को होने वाले भव्य दीक्षांत समारोह में सम्मानित किया जाएगा।
हमें आशा ही नहीं पुनः विश्वास है आप हमारी विनती को स्वीकार करते हुए जल्द ही द वीकली टाइम्स (हिंदी साप्ताहिक) या सिंधी संसार (सिंधी समाज की प्रमुख हिंदी साप्ताहिक) के स्थाई पाठक बनकर किसी अनजान भीख मांगने वाले को भीख ना देने की शपथ लेंगे। ताकि सोमवार 2 दिसंबर 2024 को भव्य दीक्षांत समारोह में आपको गुलाबी आंदोलन द्वारा सामाजिक बदलावकार Social Reformer (SR.) की मानद उपाधि से सम्मानित किया जा सके।
धन्यवाद
आपका शुभचिंतक
अशोक लालवानी
अध्यक्ष
मीडिया प्रेस क्लब
नोट : द वीकली टाइम्स (हिंदी साप्ताहिक) या सिंधी संसार के साथ शब्दवाणी समाचार (हिंदी दैनिक) की वार्षिक PDF संस्करण मात्र 400 रूपये के अतिरिक्त भुगतान पर आपकी अपनी, अपने आसपास और अपनी संस्थान की हर छोटी-बड़ी खबरें को प्राथमिकता के साथ प्रकाशित करने सहित शब्दवाणी समाचार शब्दवाणी समाचार पाठक संघ की सदस्यता प्रदान किया जायेगा।
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