योग महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए एक व्यापक साधन : वैद्य राजेश कोटेचा
द वीकली टाइम्स, वीरवार 14 मार्च 2024, नई दिल्ली। विज्ञान भवन में आईडीवाई-2024 की 100 दिनों की उलटी गिनती के उपलक्ष्य में एक भव्य कार्यक्रम आयोजित किया गया। यह कार्यक्रम इस वर्ष की IDY थीम "महिला सशक्तिकरण के लिए योग" के साथ मनाया गया। अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस हर साल 21 जून को मनाया जाता है। इस वर्ष 10वां संस्करण मनाया जाएगा। इस अवसर पर आयुष मंत्रालय के सचिव वैद्य राजेश कोटेचा ने कहा कि योग महोत्सव 2024 का उद्देश्य महिलाओं की भलाई और वैश्विक स्वास्थ्य और शांति को बढ़ावा देने पर ध्यान देने के साथ योग को एक व्यापक आंदोलन के रूप में आगे बढ़ाना है। मंत्रालय ने पीसीओएस/पीसीओडी, तनाव प्रबंधन आदि सहित महिलाओं को प्रभावित करने वाली विभिन्न स्थितियों पर अध्ययन का सक्रिय रूप से समर्थन किया है, ताकि महिलाओं की उम्र या स्थिति की परवाह किए बिना उनके स्वास्थ्य पर ध्यान केंद्रित किया जा सके, साक्ष्य-आधारित अनुसंधान के माध्यम से महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा दिया जा सके। योग महिलाओं को सशक्त बनाने, उनके शारीरिक, मानसिक, भावनात्मक, सामाजिक और आध्यात्मिक कल्याण को शामिल करने का एक व्यापक साधन है। सशक्त महिलाएँ नेता, शिक्षक और परिवर्तन की वकालत करने वाली, समाज में समावेशिता, विविधता और सशक्तिकरण को बढ़ावा देने वाली भूमिका निभाती हैं।
श्रीमती द योगा इंस्टीट्यूट, मुंबई की निदेशक हंसाजी जयदेव ने कहा कि 'मन की संतुलित स्थिति ही योग है।' अपने संबोधन के दौरान उन्होंने अच्छे कार्यों के स्थायी मूल्य पर भी जोर दिया, वे सबसे अच्छी मुद्रा हैं जो हमें हमेशा के लिए बनाए रखती हैं। उन्होंने लोगों को वैसे ही स्वीकार करने और उन्हें समझने में आनंद पाने के महत्व पर प्रकाश डाला, न कि दूसरों के कार्यों से खुद को परेशान होने दिया। श्रीमती जयदेव ने इस बात पर भी जोर दिया कि योग मूलतः जागरूकता का विज्ञान है, जो व्यक्तियों को अपने शरीर, दिमाग और पर्यावरण के बारे में गहरी जागरूकता पैदा करने में सक्षम बनाता है। एसवीवाईएएसए विश्वविद्यालय, बेंगलुरु के चांसलर डॉ. एच.आर. नागेंद्र ने समग्र जीवन के विज्ञान के रूप में योग पर जोर दिया। उन्होंने इस बात पर प्रकाश डाला कि आयुष स्वास्थ्य देखभाल और विशेष रूप से योग को हमारे दैनिक जीवन में एकीकृत करके आधुनिक जीवनशैली विकारों के साथ-साथ गैर-संचारी रोगों से उत्पन्न चुनौतियों से प्रभावी ढंग से निपटा जा सकता है। डॉ. नागेंद्र ने इस वैश्विक आंदोलन का नेतृत्व करने की भारत की क्षमता को रेखांकित करते हुए, भारत और दुनिया के हर कोने में योग को फैलाने का दृष्टिकोण व्यक्त किया। कार्यक्रम के दौरान महत्वपूर्ण गणमान्य व्यक्ति, संयुक्त सचिव, आयुष, श्रीमती। कविता गर्ग, आयुष मंत्रालय के डीडीजी सत्यजीत पॉल, आयुष मंत्रालय के सलाहकार (आयुर्वेद), वैद्य मनोज नेसारी, राष्ट्रीय होम्योपैथी आयोग के अध्यक्ष डॉ. अनिल खुराना और आयुष मंत्रालय के कई अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने अपनी गरिमामय उपस्थिति दर्ज कराई। निदेशक मोरारजी देसाई राष्ट्रीय योग संस्थान (एमडीएनआईवाई), श्रीमती। अतिथियों का स्वागत विजयलक्ष्मी भारद्वाज ने किया।
उद्घाटन समारोह का एक अन्य आकर्षण एमडीएनआईवाई द्वारा डिजिटल प्रौद्योगिकी के स्पर्श के साथ हासिल की गई हालिया उपलब्धि का प्रदर्शन था। इसमें उन्नत आईटी संपत्तियां- आयुष योग पोर्टल, एमडीएनआईवाई वेबसाइट, नमस्ते योग और वाई-ब्रेक ऐप शामिल हैं। ये उन्नत आईटी संपत्तियां आम आदमी तक आसान पहुंच के लिए सार्वजनिक डोमेन में, बस एक क्लिक की दूरी पर, द्विभाषी मोड में उपलब्ध होंगी। संशोधित मोबाइल ऐप्स में एक आधुनिक और देखने में आकर्षक उपयोगकर्ता इंटरफ़ेस डिज़ाइन है, जो व्यापक पहुंच के लिए एंड्रॉइड और आईओएस दोनों उपयोगकर्ताओं को पूरा करता है। ऐप्स वैयक्तिकृत योग दिनचर्या, प्रगति ट्रैकिंग और ध्यान सत्र प्रदान करते हैं, जिसमें ताजा सामग्री, बग फिक्स और सभी डिवाइसों में बेहतर संगतता के लिए नियमित अपडेट होते हैं, जो बेहतर प्रदर्शन और स्थिरता सुनिश्चित करते हैं।