पोर्ट ब्लेयर और दिल्ली की लड़कियों और हैदराबाद और बेंगलुरु के लड़कों ने सैमसंग के सॉल्व फॉर टुमॉरो प्रोग्राम के टॉप थ्री विनर्स में बनाई जगह
• अपने आइडियाज को हकीकत में बदलने के लिए टीमों को IIT दिल्ली में 6 महीने के इन्क्यूबेशन के साथ मिलेगा 1 करोड़ रुपये का ग्रांट
• हजारों आवेदनों की जांच, उनके प्रशिक्षण और मेंटरिंग की 6 महीने लंबी कठिन प्रक्रिया के बाद दिल्ली में आयोजित हुए ग्रैंड फिनाले में विजेताओं की घोषणा की गई
द वीकली टाइम्स, मंगलवार 15 नवम्बर 2022, गुरुग्राम। सैमसंग ने सॉल्व फॉर टुमॉरो इन इंडिया के इनॉगरल एडिशन के टॉप थ्री विनर्स की घोषणा की है। सैमसंग के इस नेशनल एजुकेशन एंड इनोवेशन कॉम्पिटीशन का उद्देश्य देश भर के युवाओं को वास्तविक जीवन के मुद्दों को इनोवेटिव आइडियाज के साथ हल करने और बदलाव लाने में मदद करना है।सॉल्व फॉर टुमॉरो सैमसंग की एक सीएसआर पहल है। टॉप तीन विजेता टीमों - स्पुतनिक ब्रेन, उड़ान और अल्फा मॉनिटर को अपने प्रोटोटाइप को और बेहतर बनाने के लिए 1 करोड़ की ग्रांट प्राप्त हुई है। इन विजेताओं को IIT दिल्ली के फाउंडेशन फॉर इनोवेशन एंड टेक्नोलॉजी ट्रांसफर (FITT), की ओर से अपने प्रोटोटाइप्स को और भी बेहतर बनाने और अपने प्रोडक्ट्स और सर्विसेज को वास्तविक दुनिया के उपभोक्ता से परीक्षण कराने के लिए 6 महीने का इन्क्यूबेशन दिया गया। विजेता टीमों में से प्रत्येक को प्रमाण पत्र और एक सुंदर सॉल्व फॉर टुमॉरो ट्रॉफी मिली। यह ट्रॉफी कार्यक्रम के लोगो से प्रेरित है और साहस एवं आकांक्षा को व्यक्त करती है। टीम के प्रत्येक सदस्य को कई शानदार सैमसंग प्रोडक्ट भी मिले, जिसमें एक सैमसंग गैलेक्सी बुक2 प्रो 360 लैपटॉप और सैमसंग गैलेक्सी बड्स2 शामिल है। विजेता टीमों को उनके संबंधित स्कूल या कॉलेज के लिए 85 इंच का सैमसंग फ्लिप इंटरैक्टिव डिजिटल बोर्ड भी मिलेगा।
बेंगलुरु के रहने वाले स्पुतनिक ब्रेन टीम के 22 वर्षीय शंकर श्रीनिवासन ने एक वियरेबल डिवाइस प्रस्तुत किया, जो सुरक्षित ब्रेन मॉड्यूलेशन का उपयोग करके तनाव को कम करने में मदद करता है, जबकि पोर्ट ब्लेयर और दिल्ली की टीम उड़ान में शामिल 16 वर्षीय लड़कियों प्रिशा दुबे, अनुप्रिया नायक और वनालिका कोंवर ने एक इकोफ्रेंडली अफॉर्डेबल और धोने योग्य सैनिटरी पैड विकसित किए हैं, जिसे कटे हुए गन्ना खोई का उपयोग करके तैयार किया गया है। हैदराबाद के अल्फा मॉनिटर के 16 वर्षीय हेमेश चडालवाड़ा ने अल्ज़ाइमर रोगियों की निगरानी करने और उनके व्यवहार में बदलाव के बारे में उनकी देखभाल करने वालों को सतर्क करने के लिए एक स्मार्ट रिस्टबैंड विकसित किया है। टॉप तीन विजेता टीमों का चयन नई दिल्ली में सॉल्व फॉर टुमॉरो ग्रैंड फिनाले इवेंट में किया गया था, जहां टॉप टेन टीमों ने अपनी फाइनल पर्फोर्मेंस दी और एक सम्मानित ग्रैंड जूरी को अपने प्रोटोटाइप दिखाए। इस जूरी में एंटरप्रेन्योर और मेंटर अंकुर वारिकू, एफआईटीटी, आईआईटी दिल्ली के निदेशक डॉ. अनिल वली, आईआईटी दिल्ली में प्रोफेसर
डॉ. अर्चना चुघ और सैमसंग आरएंडडी इंस्टीट्यूट-बैंगलोर के प्रबंध निदेशक दीपेश शाह शामिल थे। अभिनंदन और पुरस्कार समारोह की इस शानदर शाम में जिसमें सैमसंग के वरिष्ठ अधिकारी और कर्मचारी, ग्रैंड जूरी के सदस्य, एफआईटीटी और आईआईटी दिल्ली के प्रतिनिधि, मेंटर्स और टीम के सदस्यों के परिवार वाले शामिल थे। टॉप 10 टीमों के प्रत्येक सदस्य को एक प्रमाण पत्र प्रदान किया गया। सैमसंग और आईआईटी दिल्ली की ओर से एक हैम्पर दिया गया, जिसमें सैमसंग गैलेक्सी बुक2 प्रो 360 लैपटॉप और सैमसंग गैलेक्सी बड्स2 शामिल हैं। इस साल जून में, अपने सॉल्व फॉर टुमॉरो प्रोग्राम के हिस्से के रूप में सैमसंग ने भारत में 16-22 साल के युवाओं को शिक्षा, पर्यावरण, हेल्थ केयर और कृषि क्षेत्रों में इनोवेटिव आइडियाज के साथ आने के लिए आमंत्रित किया था। यही क्षेत्र भारत के लिए संयुक्त राष्ट्र सतत विकास लक्ष्यों की प्राथमिकता में शामिल हैं, जिनका लक्ष्य आसपास के लोगों के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाना है। कार्यक्रम ने युवाओं को अपने आइडियाज को वास्तविकता में बदलने के लिए मदद की पेशकश की है। इस इनॉगरल एडिशन में रिकॉर्ड 18,000 से अधिक पंजीकरण प्राप्त हुए थे।
विजेताओं को ट्रॉफी और ग्रांट चेक प्रदान करते हुए श्री केन कांग, प्रेसिडेंट और सीईओ, सैमसंग साउथवेस्ट एशिया ने कहा, “युवाओं में दुनिया की सबसे बड़ी चुनौतियों को नया और हल करने की शक्ति है। सभी युवा सॉल्वर भारत का भविष्य हैं। उनमें भारत और दुनिया को बदलने की क्षमता है। हमें उन पर गर्व है और हम उनके विचारों को अमल में लाने और लोगों के जीवन को बदलने के लिए उनके साथ काम करेंगे। आईआईटी दिल्ली के प्रो.रंगन बनर्जी ने कहा, “अपने पहले साल में, सैमसंग सॉल्व फॉर टुमॉरो युवा इनोवेटर्स के एक रोमांचक समुदाय का निर्माण करते हुए, भारतीय इनोवेशन इकोसिस्टम के लिए एक मददगार के रुप में सामने आया है। एफआईटीटी और आईआईटी दिल्ली शीर्ष तीन विजेताओं को प्रोत्साहित करने और उन्हें सलाह देने के लिए तत्पर हैं और सामाज में सकारात्मक बदलाव लाने लिए उनके आइडिया को आगे बढ़ाने में उनकी मदद कर रहे हैं। श्री पार्था घोष, हेड, कॉर्पोरेट सोशल रिस्पॉन्सिबिलिटी एंड कम्युनिकेशंस, सैमसंग साउथवेस्ट एशिया ने कहा, "हम सॉल्व फॉर टुमॉरो के इनॉगरल एडिशन को मिले शानदार रिस्पॉन्स को देखकर बेहद उत्साहित हैं। सभी प्रतिभागी शानदार आइडिया के साथ आए थे, ऐसे में जूरी को टॉप तीन विजेताओं को चुनने में बेहद कठिनाई हुई। हम तीनों विजेताओं को बधाई देते हैं और उनकी पूरी क्षमता को दुनिया के सामने पेश करने और पावरिंग डिजिटल इंडिया के हमारे दृष्टिकोण को मजबूत करने के लिए उनकी भविष्य की यात्रा में उनकी मदद करने को लेकर बेहद खुश हैं।