आख़िर तुम आ ही गए....
द वीकली टाइम्स, वीरवार 3 सितम्बर 2020, जमशेदपुर।
आख़िर तुम आ ही गए....
इतनी सारी खशमाकश और मुश्किलों के बावजूद,
आख़िर तुम आ ही गए,
और मैं अपनी उम्र थोड़ा और गवाँ बैठा।
मुस्कुराते, गुनगुनाते मुझे मुंह चिढ़ाते तुम आ ही गए।
क्या बदला...
कुछ भी तो नही।
वही मैं हूँ,
वही खलाओं का सैलाब है
वही उचड़ी हुई रंगों की दुनिया हैं
कुछ भी तो नही बदला...
वही जदोजहद, वही तिश्नगी,
वही उम्मीदों का सिलसिला
और एक तावील सब्र का सफर।
फिर तुम आ ही गए।
(अनवर नाज़िश, जमशेदपुर)